Ola के Bhavish Aggarwal ने Microsoft से किया किनारा, बोले- 'भारत को अपने टेक प्लेटफॉर्म की जरूरत'
माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) और उसकी अनुषंगी कंपनी लिंक्डइन को फटकार लगाते हुए ओला (Ola) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) भाविश अग्रवाल (Bhavish Aggarwal) ने एक पोस्ट में कहा कि भारत को अपने खुद का तकनीकी मंच स्थापित करने की जरूरत है.
माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) और उसकी अनुषंगी कंपनी लिंक्डइन को फटकार लगाते हुए ओला (Ola) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) भाविश अग्रवाल (Bhavish Aggarwal) ने एक पोस्ट में कहा कि भारत को अपने खुद का तकनीकी मंच स्थापित करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि पश्चिम के बड़े तकनीकी एकाधिकार के चलते सांस्कृतिक दखल और शासन से बचने के लिए ऐसा करना जरूरी है.
अग्रवाल ने माइक्रोसॉफ्ट का बहिष्कार करते हुए कहा कि ओला, जो माइक्रोसॉफ्ट एज्योर की एक ग्राहक है, अब इसकी सेवाएं नहीं लेगा. उन्होंने कहा कि ओला एक सप्ताह में अपना पूरा काम अपने घरेलू Krutrim क्लाउड पर स्थानांतरित कर देगी. इससे पहले लिंक्डइन ने उनकी उस पोस्ट को हटा दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि लिंक्डइन का एआई भारतीय उपयोगकर्ताओं पर राजनीतिक विचारधारा थोप रहा है.
इसके बाद सीईओ की उक्त प्रतिक्रिया आई. उन्होंने एक जेनरेटिव एआई प्रतिक्रिया का स्क्रीनशॉट साझा किया था, जिसमें अग्रवाल के लिए ''वे /उनके'' सर्वनाम का इस्तेमाल किया गया था. उन्होंने ‘सर्वनाम बीमारी’ की निंदा करते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद है कि यह चलन भारत तक नहीं पहुंचेगा.
TRENDING NOW
भारी गिरावट में बेच दें ये 2 शेयर और 4 शेयर कर लें पोर्टफोलियो में शामिल! एक्सपर्ट ने बताई कमाई की स्ट्रैटेजी
EMI का बोझ से मिलेगा मिडिल क्लास को छुटकारा? वित्त मंत्री के बयान से मिला Repo Rate घटने का इशारा, रियल एस्टेट सेक्टर भी खुश
मजबूती तो छोड़ो ये कार किसी लिहाज से भी नहीं है Safe! बड़ों से लेकर बच्चे तक नहीं है सुरक्षित, मिली 0 रेटिंग
इंट्राडे में तुरंत खरीद लें ये स्टॉक्स! कमाई के लिए एक्सपर्ट ने चुने बढ़िया और दमदार शेयर, जानें टारगेट और Stop Loss
Adani Group की रेटिंग पर Moody's का बड़ा बयान; US कोर्ट के फैसले के बाद पड़ेगा निगेटिव असर, क्या करें निवेशक?
टूटते बाजार में Navratna PSU के लिए आई गुड न्यूज, ₹202 करोड़ का मिला ऑर्डर, सालभर में दिया 96% रिटर्न
अग्रवाल ने बाद में लिखा, ‘‘जिस सर्वनाम मुद्दे के बारे में मैंने लिखा, वह अधिकार की एक जागृत राजनीतिक विचारधारा है, जो भारत में नहीं है. मैं इस बहस में शामिल नहीं होता, लेकिन लिंक्डइन ने स्पष्ट रूप से माना है कि भारतीयों को हमारे जीवन में सर्वनाम की जरूरत है, और हम इसकी आलोचना नहीं कर सकते. वे हमें उनके साथ सहमत होने के लिए धमकाएंगे या हमें नकार देंगे.’’
अग्रवाल ने भारतीय डेवलपर समुदाय से डीपीआई (डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर) सोशल मीडिया फ्रेमवर्क बनाने का आह्वान भी किया. उन्होंने कहा, ‘‘किसी भी कॉरपोरेट व्यक्ति को यह तय करने का अधिकार नहीं होना चाहिए कि क्या प्रतिबंधित किया जाएगा. डेटा का स्वामित्व कॉरपोरेट के बजाय रचनाकारों के पास होना चाहिए. वे हमारे डेटा का उपयोग करके पैसा कमाते हैं और फिर हमें ‘सामुदायिक दिशानिर्देशों’ पर उपदेश देते हैं.''
अग्रवाल ने आगे लिखा, ‘‘चूंकि, लिंक्डइन का स्वामित्व माइक्रोसॉफ्ट के पास है और ओला एज्योर का एक बड़ा ग्राहक है, इसलिए हमने अगले सप्ताह से अपने पूरे काम को एज्योर से हटाकर अपने Krutrim क्लाउड पर लाने का निर्णय लिया है.’’ उन्होंने कहा कि वह वैश्विक तकनीकी कंपनियों के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन एक भारतीय नागरिक के रूप में उनकी चिंता है कि उनका जीवन पश्चिम की बड़ी तकनीकी कंपनियों के एकाधिकार से न चले.
06:05 PM IST